सब मिलता कहाँ है, सब को, जो मिलता है वो भी पूरा कहाँ, कुछ पाने के लिए, उम्र गुज़र जाती है उम्र भी तलाशती है, सुकूँ को यहाँ वहाँ !!— % & सब कहाँ मिलता है सब को... सब मिलता कहाँ है, सब को, जो मिलता है वो भी पूरा कहाँ, कुछ पाने के लिए, उम्र गुज़र जाती है उम्र भी तलाशती है, सुकूँ को यहाँ वहाँ !! © Ritu Raj Gupta