समुन्दर सा गहरा सूर्य सी आग । परशुराम सा क्रोध राम सी मर्यादा। लक्ष्मण सा भाई हनुमान सा सेवक। भगत सा इंकलाब समझ लेना मुझको।। #hanusir ©Hanu Sharma #hanubaba #मेरीपहचान