जाने से पहले मेरी एक आखिरी ख्वाइश पूरी करोगे..हमने एक साथ बहोत सारि शामें बिताई है ना उस झील के पास , एक आखिरी बार तुम्हारे साथ बैठना चाहती हूँ वैसे ही तुम्हारी उँगलियों को कस कर थामे। अगर आँखों से एक कतरा भी टपके तो उसे उस वक़्त बह जाने देना क्योंकि अब में ओर इन्हें संभाल कर नहीं रख सकती । Extract: तेरे मेरे दरमियाँ (@rkrahulrajak in collaboration with @divyasharma) AN EXTRACT FROM THE "TERE MERE DARMIYAA" #nojotostories #nojototales #nojotowriter #rkrahulrajak #courtesy_divyasharma #TST #wordjugglers