चार कदम पीछे होकर .... दौड़ हमको लगानी है .... हारी हुई बाज़ी को जीतकर हमको दिखाना है हार के बाद ही जीत का मजा आता है काली रातके बाद ही ..................... सूरज किरनीसे अपना जलवा दिखता है ©Priyadarshani sarjerao sawai चार कदम पीछे होकर ..... दौड हमको लगानी है