ज्यादा कुछ नही तारिफों में, एक पिता के लिए वो ख़्वाब-ए-चश्म हैं। माॅं के लिए बचपन बयां करती एक प्यारी नज़्म हैं। छोटे से घरोंदे से निकल छूती आसमां को, खुशियों के संसार का बालिका एक स्वर्णिम जश्न है। #मेरी_बै_रा_गी_कलम #yqdidi #afteralongtime #yqhindi #राष्ट्रीय_बालिका_दिवस