कुछ खोया है मुझसे मेरा आज फ़िर, कुछ मायूसी इस लम्हे मे छायी है कि बरसा है मौसम आज मुझसा ही एक बार, कि याद मुझे फ़िर तेरी ही आयी है कुछ पाया है मैने मेरी इस तन्हायी मे, कुछ हंसी तेरी मेरे अश्क़ो मे समायी है ये दिल की ज़मीन आज भी बन्जर है तुझ बिन, आ भी जा अब कैसी ये जुदायी है कुछ बिखरा हूँ मैं खुद को जोड़ने की गुज़ारिश में, कुछ हवाएँ नगमे तेरे लायी हैं वो बीते जो प्यार के पल तेरे संग, वो कहानी तेरी मेरी फ़िर मुझे याद आयी है ..... First post😊 #dilshayarhai#love#poetry#writersofinstagram#heartsayings#ishqkikalamse