शाम से सुबह हो जाती है माही! कि आंखों को नसीब-ऐ-नींद नहीं होती। जिसे देखकर दिन बीताता था, उसकी अब नसीब-ऐ-दीद नहीं होती। @imgpmahi #हिन्दी #love #nojoto #imgpmahi #canada