मेरी खुद से बगावत चल रही है। मगर ये जीस्त हज़रत चल रही है। तुम्हारा चाहने वाला कहाँ है? तुम्हारे साथ फुरकत चल रही है? बहुत ढूंढा नहीं पाया उसे तो, हमारे साथ खल्वत चल रही है। हमारे प्यार की फाइल है अटकी मुहब्बत में भी रिश्वत चल रही है। ज़रा सा चूम कर बाँधो ये धागा बड़ी बेकार किस्मत चल रही है। हमेशा ख़्वाब में आते हो मेरे तुम्हे ये कैसी फुर्सत चल रही है। -चौरसिया #ghazal #kyabaat #spokenstudios2