बचपन और लुका-छिपी बचपन की यादें याद है हमें बचपन की यादें थी मिट्टी से लिपि आज मोबाईल में लिपती हमारी दुनिया कभी खेला करते थे लुका - छिपी बचपन के दिन मासुमीयत से भरी थी खेलती हुई दुनिया हमारी चलती थी खेल से शुरू होती हमारी सुबह खेलते - खेलते ढलती थी वह मासूम चेहरा कहीं फुर हो गई हम बचपन से और बचपन हमसे दुर हो गई बचपन और लुका - छिपी