देश धर्म और जाति से ऊपर है // मानवता // संकट के समय किसी का निःस्वार्थ सहयोग है // मानवता // दया, प्रेम और करूणा जब तक मानव ह्र्दय में जीवित है तब तक जीवित है // मानवता // शान्ति सौहार्द से समाज के उत्थान का प्रयास करना ही सच्ची //मानवता // सोच के संकीर्ण पिंजरे से मुक्त करोगे तो पहचान सकोगे कर सकोगे पुण्य कर्म वही है // मानवता // नमस्कार लेखकों!🌻 मई के माह के साथ, हम आपके लिए लेकर आए हैं दैनिक शब्द जिसके अंतर्गत आप collab द्वारा अपने लेखन में उस शब्द का प्रयोग करेंगे। आज का शब्द ~ मानवता नए महीने के नए कार्य पर हाथ आज़माने के लिए शुभकामनाएं!✨