जिनकी छबि हैं अनुपम जो बसते हर कण में है मर्यादा की हैं परिभाषा राम ही तो हर प्रण में है ======!!!======== मित्रता का है स्वरुप जो स्नेह जिनके हृदय में है मनु धर्म की मूरत हैं जो राम ही तो हर मन में हैं ======!!!======== न्याय जिनसे हैं सुशोभित दृढ़ता जिनके वचन में है दुर्गम पथ करते सुगम जो राम ही तो पराक्रम में हैं ======!!!======== राम चिंतन,राम चरित्र हैं राम ही तो त्रिभुवन में है नारी के सम्मान में है राम राम ही तो जन-जन में है ======!!!========= मिलेगें राम,तजो अंहकार शुचिता जिसके नयन में है भाव हैं सब हेतु समान,तब राम ही उसके जीवन में है जय श्री सियाराम 🚩 #लोकेंद्र_की_कलम_से ✍️ ©Lokendra Thakur #NojotoRamleela #लोकेंद्र_की_कलम_से