है नये अभी भी #जख़्म मेरे है नये दर्द जो #सहने दो.. है #लफ्ज़ दबे जो होठों पर #खामोशी से कुछ कहने दो... पर बातें हो जो #सच्ची हो मुझे दूर #भरम से रहने दो.. ये मीठे लफ़्जों के #फ़रेब हो #इश्क की बात तो रहने दो... ©Nishank Pandey #इश्क..🤔 #रहने दो...😏