चांद को मुठ्ठी में भरने का जो दम भरते है, मुमकिन है उन्हें सुकून-ए-जिंदगी मयस्सर नहीं होती 'kiran' #चांद #मुठ्ठी #दम #मुमकिन #सुकुन_ए_जिंदगी #मयस्सर