आप हमारे प्रेम पूंज हो,हम प्रीती के मधुबन है। आप हमारे घर की तुलसी,हम तुलसी के आंगन है।। आप बरसते रिमझिम रिमझिम,हम घनघोर घटा घन है। आप अगर हो संग हमारे,हम पतझड़ मे सावन है।। हम आपकी प्रेम चुनरिया,आप चुनर का रंग है। तब है कीर्ति कान्हा की,जब राधा उनके संग है।। हम प्रेम की बूँद है राधे,आप प्रेम बौछार है। प्रिया प्रीत है 'निलय' की दिल से,प्रेम जगत का सार है।। ...अजय 'निलय'... #priyajaynilay