2122 1212 22/112 छोड़ कर तुम मुझे न जाओ अब दर्द अपने मुझे दिखाओ अब संग दिल इस जहाँ से रूठा हूँ पास आकर मुझे मनाओ अब रिश्ते जो भी, जहां में जोड़े हैं उन सभी रिश्तों को निभाओ अब लिक्खी है जो ग़ज़ल मुहब्बत की वो ग़ज़ल मुझ को भी सुनाओ अब तुम "सफ़र" इज़्तिराब मत हो यहाँ इस जहां में तो मुस्कुराओ अब #gazal #life #phiosophy #सफ़र_ए_प्रेरित #yqbaba #yqdidi #shayari