शाम के एहसासों में शामिल हो तुम, दिल के गहरे जज्बातों में रहते हो तुम। जिंदगी के सुर- तालों में शामिल हो तुम, लबों पर मुस्कान बन रहते हो तुम। हर सुबह तेरे दीदार की ख्वाहिश है, जिंदगी को मेरी मुकम्मल बनाते हो तुम। तेरा ही सजदा करते हैं दिन -रात, मेरी हर नज़्म हर गीत में शामिल हो तुम। तुम्हारी बाहों में जन्नत है मेरी, मेरी नस-नस में लहू बनकर दौड़ते हो तुम। तुम आरजू हो मेरी जिंदगी की, जिंदगी भर मेरे ही बन के बस रहना तुम। Challenge -50 #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #तुम_आरजू_हो_मेरी 👔- सभी लेखक अपनी रचना 6 लाईनों में लिखे । 👔- सभी लेखक ज्यादा से ज्यादा कोलब करें । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल सुबह 9 बजे टेस्टीमोनियल के माध्यम से घोषित किया जायेगा । 👔- धन्यवाद ।।