//इश्क़ का पैग़ाम// ***************** मेरी बेनाम मोहब्बत को, कोई प्यार सा नाम दे दो। सुकूँ मिल जाये दिल को, कोई इश्क़ का पैग़ाम दे दो। बहुत दिन गुजारे हैं हमने, तुम्हारी चाहत के बिना। कुछ पहर तो ठहरो मेरे पास, सुहानी शाम दे दो। खोया है क़रार मेरा मत पूछो बेक़रारी का आलम। ये तड़प सही नहीं जाती, मुझे बाहों में आराम दे दो। मयकशी का शौक नहीं मुझे, पर मैं बहकना चाहता हूँ। मुझको आज अपने मदमस्त निगाहों का जाम दे दो। "साहिल" तो यूँ ही बदनाम है, इस इश्क़ के नाम से। मेरी वफ़ाओं का कुछ तो सिला या कोई ईनाम दे दो। इतनी अरदास में भी कुछ ना मिला इश्क़ के सफ़र में। चलो लौट जाते है अब हम, एक आख़िरी सलाम दे दो। इश्क़ का पैग़ाम (#kkइश्क़कापैग़ाम) 08 मई 2021 ******************************* Pic Credit :- Pinterest मेरी बेनाम मोहब्बत को, कोई प्यार सा नाम दे दो। सुकूँ मिल जाये दिल को, कोई इश्क़ का पैग़ाम दे दो।