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White बनाया है मैंने ये घर धीरे-धीरे, खुले मेरे ख

White 
बनाया है मैंने ये घर धीरे-धीरे,
खुले मेरे ख़्वाबों के पर धीरे-धीरे।

किसी को गिराया न ख़ुद को उछाला,
कटा ज़िंदगी का सफ़र धीरे-धीरे।

जहाँ आप पहुँचे छ्लांगे लगाकर,
वहाँ मैं भी आया मगर धीरे-धीरे।

मां बाबा की लाडली:- निधि प्रिया

©Life is a journey Nidhi Priya
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