लिखता हूँ तीरगी में चराग़ाँ कभी तो हो निकला है चाँद सर पे मगर चाँदनी तो हो कम्बख़्त कौन माँग रहा ज़िन्दगी बड़ी छोटी ही ठीक यार मगर ज़िन्दगी तो हो #ghazal #urdu_poetry #hindi_poetry #classic_shayari #sher_o_shayari #zindagi #afrang