संगीत था मगर संगीत सूना था क्योंकि तू नहीं थी। सुबह हो गयी थी; सूरज उदय हो चुका था फिर भी सुबह शाम-सी लगती थी क्योंकि तू नहीं थी। नैक्सस चल रहा था; मन मचल रहा था, मन में चमक नहीं थी क्योंकि तू नहीं थी। ... ✍️विकास साहनी ©Vikas Sahni #क्योंकि_तू_नहीं_थी #lost