इश़्क में वफादार रही मोहब्बत को एक न एक दिन ख़ुदग़र्जी का दिमाग तो आना ही था! फरेबी थी मोहब्बत उनकी, सच्ची कहां थी, किंतु खुद का दामन बचाने के लिए पहले से बदनाम ज़माने का नाम तो आना ही था!! ©Niketa Ojha दिमागी मोहब्बत #rayofhope