अ क़ातिलाना हुस्न वाले,, तेरे हुस्न ने कोहराम मचा रखा है,,, हर एक शय इंसान, पत्थर, फूल, या फरीसते, सबको अपना गुलाम बना रखा है ©SINGER RAJKUMAR ##जलवा -ऐ-हुस्न