जिम्मेदारियां लिए सुबह-शाम काम करते रहे हम पता ही न चला कब जंजीरों में जकड़ गए हम हंँसना, सोना, खेलना सब भूल चुके हैं हम 9 से 5 की घड़ी में बंध कर रह गए हैं हम #corporateworld #eveningthought #corporateshayri