यह हंसी घटा के रिमझिम कोई गीत गा रही है तेरी चूड़ियों की छन छन मुझे याद आ रही है मेरा दिल जलाया अक्सर यह वही तो है सितमगर मेरे कब्र के सीधने में जो दीए जला रही है गजल का शेर