समझती रही सबको ,समझाती रही खुद में इतनी उलझी मैं खुद को सुलझाना भूल गई........ सबकी जस्न की जीत मानती रही दुसरो के लिए मैं मुस्कुराती रही खुद की हँसी को ऐसी भूली मैं , खुद को देख कर मुस्कुराना भूल गई........ पढ़ लेती हूं दुनिया के मन को लेकिन खुद को समझती नही सोचती हूं कोई दर्दे-ए-हाल पूछे लेकिन दर्द मैं अपना बताना , भूल गई..... सबसे मिली , सबकी खुशियो से मिल आई सबके बीच रहकर भी मैं! हाये खुद से मिलना भूल गई....... ✍️रिंकी इधर उधर के लोगों से जा जाकर मिल आए हम लेकिन इस दौरान में हम ख़ुद से मिलना भूल गए #भूलगए #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi