*✍🏻“सुविचार"*📝 🌱 *“7/6/2021”*🪴 🌳*“सोमवार”*🌴 “वर्षा की बूंदें” जब “शरीर” पर गिरती है तो कैसा “अनुभव” होता है ? ये “सूरज की गर्मी”,ये “धूप” ये “सदा” के लिए नहीं बनी रहेगी, “सूर्य की किरणों” में भले ही कितना ही “ताप” क्यों न हो, “वर्षा” आएगी और उन “किरणों” को भी “शीतल” कर देगी, आज मैं आपसे “दो प्रश्न” पूछता हूं, जब “जीवन” में सदैव आपके साथ कुछ नहीं रहने वाला तो “अभिमान” किस बात का ? और यदि “जीवन” में हर एक “दुःख”,हर एक “संकट”,हर एक “विपदा” एक “समय” के पश्चात आपको “छोड़कर” चले जाने वाले है तो “हार” क्यों मानना ? इस “चिंता को त्याग” दिजिए,“अभिमान” को त्याग दिजिए और “अशक्ति” को त्याग दिजिए, फिर देखिए “जीवन” कुछ अलग ही होगा, *“अतुल शर्मा”🖋️🌳* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌱 *“7/6/2021”*🪴 🌳 *“सोमवार”*🌴 #“वर्षा की बूंदें” #“शरीर”