कैसे कहूँ मैं अबला हूँ , मुझे सभी के दुखों को हरना है .. कैसे कहूँ हूँ मैं बेचारी , मुझे नये जीवन का खुद में संचार करना है .. जो बीत गये कुछ नकारात्मक पहलू इस वर्ष सकारत्मकता विचरित होगी , मुझे कुछ रूढ़ियों में सुधार करना है .. नही छोड़ सकती हर कार्य दूसरों पर , जननी हूँ मैं मुझे ही ऊर्जा का विस्तार करना है .. यह संसार मेरा परिवार है , हूँ मैं महतारी , मुझे ही अब बुराइयों का विनाश करना है .. नारी सम्मान , नारी ही संसार .. #newyearmotto #nojoto