लाख प्रतिभा निहित हो अंदर,पर जो प्रतिभा को कुंठित रखता है, प्रस्फुटित न होने दे गर उसको,वो निश्चय ही मूढ़ कहलाता है। प्रतिभा तो सबको जन्मजात विरासत में मिलती है, पर निखार न पाया गर उसे तो कहीं अस्तित्व भी न बचता है। इस भीड़-भरी दुनिया में कोई ना अपना होता है, "जग में रह कर कुछ नाम करो"का मंत्र सदा ही चलता है। जिसका शौर्य गगन को चूमें,जग में नाम उसी का होता है, जो कर जाये कुछ काम वक़्त पर,लोगों के बीच मान उसी का होता है। जो तलाश ले अपनी प्रतिभा को वो भूखा कभी न सोता है, जो सफल न हो इस कार्य में वो जीवन भर तिल-तिल मरता है। तो प्रतिभा को तराशो,ये बहुत ही कीमती है, इसे कभी मरने मत देना,यही भारतपुत्र/पुत्रियों से मेरी विनती है।🙏❤ ये संदेश उन तमाम साथियों को(including me😅)जो क्या क्या कर सकते हैं इस बात से अभी तक अनिभिज्ञ हैं,अपनी प्रतिभा से परिचित नहीं हैं और उसे दबा कर घुट-घुट कर मरते हैं।वो कहते हैं न कि जो चीजें आप ह्रदय से महसूस कर पाते हैं उसे शब्दों में आसानी से ढाल सकते,तो ये कविता उसका ही उदाहरण है,जिसे मैं व्यक्तिगत रूप से महसूस की हूं🙂 थोड़ा जीवन-परिचय और मोटिवेशन है इसके अंदर वो इसलिए क्योंकि आज yq पर मेरा सौवां quote(100th quote) पूरा हो रहा है❤तो क्यों न कुछ बेहतर संदेश खुदको और जरूरतमंदों को दिया जाय😅😛 yqफैमिली के सभी सदस्य के इस कदर मेरे प्रति स्नेह के लिये ह्र्दयतल से आभारी हूँ।🙏बड़ेजन से आशीर्वाद की कामना सहित-रूपम झा🙇 #yqdidi #hundredthquote #jhapost #नवरूप #अनवरत #thankyouyourquote #bestyqhindiquotes इसे कवयित्री कविता तिवारी जी के लय में पढ़ें तो अच्छा लगेगा।🙂