मानती हूँ स्त्री होना बहोत ही कठीन है मगर बुद्ध होना सायबा कहाँ आसान है मातृत्व का वरदान है स्त्री सबसे महान है मगर सत्य खोज करना यार कहाँ आसान है स्त्री जन्म चुनाव अपने बस नें नही मगर बुद्धत्व पाना यार कहाँ आसान है स्त्रीत्व पर लांछन लगाना दिमाग की सडन है सच्ची एक दोस्त को छोडना मगर कहाँ आसान है राहूल को गोद में खिलाया नही बेशक गलत था जीवन का मार्ग बताना मगर यार कहाँ आसान है अपमान और दुःख सहना विधी का विधान नही दुःख का कारन ढुँढना यार कहाँ आसान है यशोधरा की शोक-पीडा अपनी जगह पती का मन जानना मगर यार कहाँ आसान है बुद्ध होना, सत्य की खोज करना अलग बात है गौतम को मार्ग दिखाना मगर यार कहाँ आसान है #Shilpa #Buddha_Hona_Aasan_Nahi #LordBuddha #Shilpa_ek_Shayaraaa #ShilpaSalve358