भिनसहरे भोरे दुआरे बोल गयल मैना आपन बोली में रसवा घोल गयल मैना अधजल गगरी अस छलक गयल नैना इयादन के फूलवारी बैरी बन गयल बैना सपनवा हेरत बचपन के बीत गयल रैना नयनवा से लोर गिरल चटक गयल ऐना भोर