“यादों की कलम से”.....✍🏻 तुमने मोहब्बत देखी है वफ़ा नहीं देखी...!!! पिंजरे खोल भी दो तो कुछ परिंदे उड़ा नहीं करते...!!! ©akbarbhagalpuri #akbarbhagalpuri #akbaransari #यादों_की_कलम_से