आशिक ने इस गुजारिश के साथ आखें दान दी कि जो जिन्दगी भर रहे उनके पास इन्हें उस खास को लगाया जाए (गोविन्द बुंदेलखंडी) आशिक ashik pooja negi# Soumya Jain