जीने की महारत जो पा ले वही जिन्दा है सहरा की तपिश में भी जो आस लगाए कम पानी में भी जो अपनी प्यास बुझाए कंकरों से लेता है जो काम यह वही परिन्दा है #NaPoWriMo में आज 25वाँ दिन है। आज #challenge के तहत शब्द #परिन्दे को एक पंक्ति में बाँधें। #yqsunilmadaan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi