कश्मीरी वो लज़्ज़त या फ़िर दक्षिण वाली शान लिखूँ करगिल में जो हुए शहीद, मैं वीरों का बलिदान लिखूँ उर्दू में तहज़ीब लिखूँ या हिन्दी में संस्कार लिखूँ सब हो भाइचारे में और एक हो घर परिवार लिखूँ ना जाने जो दंगा साज़िश मिट्टी पर मैं किसान लिखूँ करूँ अस्सलामु अलैकुम भी, प्यारा जय श्री राम लिखूँ माथे पर मैं तिलक करूँ और सिर पर पग भी बाँध लिखूँ दरगाह जाकर सजदा भी, गुरुद्वारे में अरदास लिखूँ मस्जिद हो हनुमान विराजित मंदिर में भी नमाज़ लिखूँ ग़र हो सकता मुमकिन तो इक ऐसा हिन्दुस्तान लिखूँ - प्रद्युम्न सोनी ❤️ Follow on instagram instagram.com/pradhuman._.soni #Religion #Bhai #UNITY #hindumuslim #Indian #India #bharat #follow #nojotohindi #pyaar