परिस्थितियांँ अब तक आपने मेरी अच्छाई देखी है, अब आप मेरी बुराई देखेंगे | परिस्थितिवश जब किसी की संगति अच्छी होती है, तब उसे दुनिया अच्छी दिखाई देती है, वहीं दूसरी ओर जब संगति बुरी हो जाती है, तब दुनिया उसे बुरी दिखने लगती है | इसमें दोष आपका नहीं, परिस्थिति और संगति का है | ©DR. LAVKESH GANDHI परिस्थिति # संगति का असर होता है# #Books