अंधेरे में हूं? या रखा गया हूं? पागल पैदा हुआ था ? या बनाया गया हूं? अकेले ऐसा तो नहीं लगता की लाचार हूं मैं भीड़ में लाचार बनाया गया हूं धीरे धीरे वो पागल बोल बोल कर मुझे पागल कर देगा खूब ताने देगा मेरे साहस को तोड़ देगा पर इतना साहस तो उसमे भी नहीं की मेरी जीत देख सकें वो देख नही सकेगा आंखे फोड़ लेगा जब अहम टूटता तो बड़ा बुरा लगता है जब मेरा समय आयेगा तो वो दुनिया छोड़ देगा ©mautila registan #Blinded #scribble #Jumbled