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बड़ा सिसका था शजर प्यार का मुरझाने से पहले। न उसकी

बड़ा सिसका था शजर प्यार का मुरझाने से पहले।
न उसकी आह सुनी और ना ज़ख्म देखे किसी ने।
झड़े सब फूल, पात, पंछी उड़े, शाख छोड़कर।
खड़ा अब माली मले हाथ ज़ोर कोई ना चले।


 #अंजलिउवाच #yqdidi #शजर #ज़ख्म #आह #मुरझाना #प्यार
बड़ा सिसका था शजर प्यार का मुरझाने से पहले।
न उसकी आह सुनी और ना ज़ख्म देखे किसी ने।
झड़े सब फूल, पात, पंछी उड़े, शाख छोड़कर।
खड़ा अब माली मले हाथ ज़ोर कोई ना चले।


 #अंजलिउवाच #yqdidi #शजर #ज़ख्म #आह #मुरझाना #प्यार
anjaliraj2208

Anjali Raj

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