तेरा जाना मुनासिब हो गया पहले आवारा था अब शायर हो गया ये ना कहना की मैं क़ाबिल नही तेरे तब गले का हार था अब बेवजह की गाली हो गया तेरे ग़म में भरे इतने पन्ने कि शहर में अपना भी एक कारोबार हो गया #LoveAnkur