दोस्त तूने मुझे कुछ न देकर भी बहुत कुछ दिया है यार तूने मुझे जीने के लिए एक तजुर्बा दिया है। भरोसा मत करना हर किसी पर, तूने मुझे सिखा दिया है यार तूने मुझे जीने के लिए एक तजुर्बा दिया है। मुझे यकीन नहीं होता अब भी, कि तुने ऐसा कुछ किया है यार तूने मुझे जीने के लिए एक तजुर्बा दिया है। तुम क्यों बदले कोई और बदल जाता, मैं वो दोस्त न् गवाता जो आज गवा दिया है यार तूने मुझे जीने के लिए एक तजुर्बा दिया है। ठीक है थोड़ा सम्भल जाऊंगा मैं अब, तूने पर्दा जो हटा दिया है यार तूने मुझे जीने के लिए एक तजुर्बा दिया है। हो गया हूं अकेला मैं कोई बात नहीं, मेरी कलम ने मेरा हाथ थाम लिया है। यार तूने मुझे जीने के लिए एक तजुर्बा दिया है। नहीं आदत थी मुझे ऐसे जख्म लेने की, नहीँ है इतनी ताकत मुझको ऐसे गम सहने की, इसीलिए तेरे किये बड़े सितम को मैंने चंद लफ़्ज़ों में बयान कर दिया है यार तूने मुझे जीने के लिए एक तजुर्बा दिया है। यार तूने मुझे जीने के लिए एक तजुर्बा दिया है। यार तूने.....सच में मुझे..... जीने के लिए एक.... तजुर्बा दिया है। ~ मुनीश जस्सल Hindi best poetry on friendship love relationship friends #nojoto #nojotohindipoetry #nojotonews #nojotolovepoetry #nojotopopular #Nojotomusic #nojotolatest #nojotoquotes #nojotohindishayri #poetryonfriendship