पूरा दिन , पूरी रात एक कमरे में गुजर जाती है आंखे पानी से भरी है , जब तेरी याद आती है बाहरी दुनिया से बिल्कुल अनजान हूं मैं अपने ही घर में , मेहमान हूं मैं गुमसुम उदास अकेला सा रहता हूं दर्द का दरिया है अंदर , मैं अकेला सहता हूं ए खुदा क्यों इश्क की इतनी भयंकर सजा देता है ना जीने देता है , ना मरने देता है देख कर तस्वीर तेरी , आंसू बहाते रहते है करके झूठे वादे खुद से , दिल को समझाते रहते हैं #MadBoy 😭