पैसों का प्यार, ना हो तो इंकार, सच्ची मोहब्बत आज कल, बन के रह गई जैसे कोई, बच्चों के खेलने वाला औजार, इश्क़ के दीवानों की, डूबी नैया अब कैसे होगी पार। पैसों का #प्यार, ना हो तो इंकार, सच्ची #मोहब्बत आज कल, बन के रह गई जैसे कोई, #बच्चों के खेलने वाला #औजार, #इश्क़ के #दीवानों की, डूबी नैया अब कैसे होगी पार।