इतना तो न समझता था तुझे ख़ुदगर्ज ऐ ख़ुदा, मुझको रुलाने के लिये किसी के सपनों को ढहा दिया। #शून्य #प्रतिशोध_और_वेदना #ख़ुदाकीसाज़िश #रुलानेकेलिए #हकीकततोयहींहैजनाब #हकीकत_ए_जिन्दगी #मुलाकातों_के_बाद