धीरे-धीरे तू मुझ में बढ़ता गया, बूंद सी मै दरिया सा तू मुझ में बढ़ता गया... धीरे-धीरे से में लिखती गई तुझे, ना जाने कब तू एक पूरी किताब सा बनता गया... धीरे-धीरे में सूरज की अगन सी तपती गई, कब तू सावन की शीतल सी बदरी बन बरसता गया.. धीरे-धीरे में तेरे प्यार के रंग मै रंगती गई, कब तू मुझ में इंद्रधनुष सा बनता गया.... slj ©sheetal pandya मेरे शब्द #Twowords #mylovelife#mylj #nojotohindi#nojotoapp #june30 4:04am #sheetalpandyaमेरेशब्द✍️ #My_Words✍✍ Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" Sudha Tripathi