अनु शीर्षक में पढ़े 💔पुकार💔 देश में जाने कितने,कलयुगी विभीषण पैदा हो रहे हैं... जिनकी वजह से,हादसे इतने भीषण हो रहे हैं..! कब तक, आस्तीन के सांपो को, दूध पिलाते रहेगें.. कितना ही पिला लो दूध बेशक़,"वो" ज़हर ही उगलते रहेगें.... कब तक, बेवज़ह यूँ ही जवानों को खोते रहेगें.. कब तक, ओढ़ तिरंगा,माँ के लाल चिरनिद्रा में सोते रहेगें....