" *शांत-शांत"...बैठे रहोगे तो.. कैसे बनेंगी "कहानियाँ* *कुछ तुम बोलो ,कुछ हम बोले.. तभी तो बनेंगी "शायरियाँ* 💕💕 - Rahul Kavi Kuchh Tum Bolo Kuch Hm Bole..