वो आवारा बर्बाद एक झलकता जाम सी तो है उम्र काट रही है, जिंदगी मेरी नाकाम सी तो है लोग आते हैं उम्मीद का चिराग जला जाते हैं मैं मजार तो नहीं, ना जाने क्यों लोग इत्र चढ़ा जाते हैं तेरी याद और इस खुशबू से परेशान जब मैं कुछ बड़बड़ाता हूं लोग क्या खूब क्या खूब कहते हैं ओर मेरे दर्द को मेरा शेर बता जाते हैं धीरज दी महफिल Subscribe my channel D Mehfeel on YouTube ©DHEERAJ PANDEY DMehfeel #DMEHFEEL #Shayarihindi #Shayaridard #Shayaron #shaayri #urdu #Shaam #alfaaz #kavita #Lights