हां ये शहर ही मेरी जान है, कभी आइये तो ज़नाब, आप सब मेरे मेहमान हैं,, वो मिट्टी वो खुश्बू वो बचपन का रेला, वो झिलमिल सी यादें ,जहां मां के आंचल में था सोया,, वो कच्ची सड़को पे चलना हरे पौधों से बातें करना,, सच मे मेरा शहर ही मेरा गांव है,, इसमें बसती मेरी जान है,, कभी आइये तो ज़नाब , आप सब मेरे मेहमान हैं।। #MeraShehar Pratibha Tiwari(smile)🙂