इसका उसका करते करते खुद को यु बदनाम किया कोई भारत कहता गलियों में शहरो ने हिंदुस्तान किया (Read Full piece in the caption) #dharmuvach✍ दीवारों दर पहचान लिया घंटो भर इंतज़ार किया गुस्ताख़ी गुलज़ार कर काँटो से मन श्रृंगार लिया हर हर्फ़ की आवाज़ से नज़्मों का दीदार किया बेसब्र से उस वक्त को घड़ियालों में उतार दिया वो दौर भी एक दौर था इस दौर को सैयाद किया वो कर्ज़ भी कम्बख़्त था हम को हमी से बाद किया तैयार था में यार था उस पार से इस पार था