छू सको तो छू लो, मेरी गहरी सोच को, मेरे दिल, और रूह पर लगी खरोच को। पढ़ सको तो पढ़ लो मेरे छिपे जज्बातों को, वो खामोशियां और वो अनकही बातें को। टूट कर बिखरे है इस कदर ए दोस्त, दोश दे भी तो, किन किन हालातों को। 🌹नमस्ते लेखकों🙏🏼 🌸कोलैब करने से पहले 📌पिन पोस्ट अवश्य पढ़ लें। 🌸 आप सभी दिए गए विषय पर 6 - 8 पंक्तियों में अपनी रचना पूरी करें। 🌸पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें।