कभी हमारे चेरहे पर भी बड़ी रोनक हुआ करती थी आज खामोशियां कहती है क्या हुआ बड़ी जल्दी लौट आए हमारे पास वहां दिल नहीं लगा या मन भर सा गया Kumud Raj